
गुरु की दृष्टि से होता है आत्मा का उत्थान – साध्वी सोमप्रभा भारती… सहारनपुर, 18 मई:
दिव्य ज्योति जागृति संस्थान, पंत विहार शाखा में साप्ताहिक सत्संग का आयोजन श्रद्धा और भक्ति भाव से सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। सत्संग का संचालन संस्थान की विदुषी साध्वी,सोम प्रभा भारती जी द्वारा किया गया।
अपने प्रवचनों में साध्वी जी ने श्री आशुतोष महाराज जी की दिव्य शिक्षाओं को साझा करते हुए बताया कि सच्चे गुरु केवल आत्मज्ञान के प्रदाता ही नहीं होते, बल्कि वे एक वैद्य के समान कार्य करते हैं — जो शिष्य के अंतःकरण के दोषों को दूर कर, उसे परमात्मा से जोड़ते हैं। उन्होंने कहा कि गुरु का कार्य केवल उपदेश देना नहीं, बल्कि शिष्य की आत्मा का उपचार कर उसे आध्यात्मिक रूप से जाग्रत करना है।
साध्वी जी ने ऐतिहासिक प्रसंगों के माध्यम से गुरु-शिष्य परंपरा की महत्ता को भी उजागर किया। विशेष रूप से छत्रपति शिवाजी महाराज और उनके गुरु समर्थ रामदास जी के आदर्श संबंध का उदाहरण दिया गया। साथ ही गुरु द्वारा की गई करुणामयी , प्रेरणादायी कथा का उल्लेख किया गया, जिसने सभी श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।
कार्यक्रम का समापन भक्तिमय भजन-कीर्तन और प्रार्थना के भजनों के साथ हुआ, जिसमें सभी श्रद्धालु भक्ति रस में सराबोर हो गए।
इस पावन अवसर पर श्री सुरेश जी, डॉ. राजकुमार, जय भगवान, राजेन्द्र मेहरा, अनुज, निकेत, संजीव, गुलशन, शॉभित, शिवम आदि श्रद्धालु उपस्थित रहे।