पशु चारा उत्पादन केन्द्र गंगोत्री स्वायत सहकारिता का उद्घाटन
उत्तरकाशी
जिलाधिकारी डा. आशीष कुमार श्रीवास्तवन ने ग्राम सभा उत्तरों के सिमोड़ी तोक में श्री भुवनेश्वरी महिला आश्रम प्लान के सहयोग से निर्मित पशु चारा उत्पादन केन्द्र गंगोत्री स्वायत सहकारिता का शुक्रवार को विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने क्षेत्र वासियों को चारा उत्पादन केन्द्र खुलने की बाधाई देते हुए कहा कि केन्द्र में कार्यरत सभी लोग आपसी समन्वय एवं अपने कार्यों से सक्रियता के साथ अच्छे गुणवत्ता वाले चारे तैयार करें। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के अनुकूलित वातावरण में स्थानिय उत्पाद से तैयार किया गया चारा पशुओं को स्वस्थ रखने के साथ-साथ दूध की पौष्टिकता में भी बढ़ोत्तरी होती है। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर तैयार किये गये चारे से ग्रामीणों को बाहर से आने वाले चारे पर निर्भर नही रहना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र में अच्छा पशु चारे के उत्पाद करें एवं मार्केट में प्रचार-प्रसार कर चारे को मार्केट में भी बेचा जा सकता जिससे आमदनी भी बढ़ेंगी।
जिलाधिकारी ने ग्रामीणों की समस्यायें भी सुनी, उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि शीघ्र ही सड़क सुधारीकरण किया जायेगा तथा बरसात सीजन समाप्त होने के उपरान्त सड़कों को सुधारने का कार्य अमल में लायेंगे। ग्रामीणों ने बन्दरों से उनकी फसलों की सुरक्षा की मांग जिलाधिकारी से की। जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि बन्दरों से फसल की सुरक्षा के लिए एक ही कारगर उपाय है कि वनों में फलदार पौधे लगाकर उनकों भोजन वहीं मिलने से वे ग्रामीण क्षेत्र में नही आयेंगे। उन्होंने कहा कि इस बार वन विभाग से फलदार पौधे मुहैया कराये जा रहे हैं, उन्होंने ग्रामीणेां से कहा कि अपने-अपने वनों में अधिक से अधिक फलदार वृक्ष लगायें। जिस पर ग्रामीणों ने जिलाधिकारी के सुझाव को स्वीकारते हुए हरेला कार्यक्रम के तहत वनों में फलदार पौधे लगाने में सपरिवार सहित सहयोग देने की बात कही। ग्रामीणों ने कहा कि अब वे वनांे में चीड़ के पौध छोड़कर फलदार पौधे लगायंेगे।
इस अवसर पर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी प्रलयंकरनाथ, परियोजना प्रबंधक भुवनेश्वरी महिला आश्रम गोपाल थपलियाल, समिति के अध्यक्ष विजना राणा,सदस्य कविता रावत, चित्रा देवी, प्रभाकर पंवार, लता चैहान, प्रदीप, शशीभूषण, दयाल सिंह राजेन्द्र आदि उपस्थित थे।