उत्तरकाशी : पहली बार जिले के युवाओं ने लिया बर्ड वाचिंग का प्रशिक्षण
- उत्तरकाशी
रविवार को देर सांय गंगोत्री प्रेक्षागृह में जिलाधिकारी डा0 आषीश चौहान के अथक प्रयास से जनपद में विद्यमान प्राकृतिक संसाधन को रोजगार के रूप में विकसित करने हेतु की गई नवीन पहल ‘विंग्स आफ द ड्रीम’ तीन दिवसीय बर्ड वाचिंग प्रषिक्षण कार्यक्रम के समापन के मौके पर बतौर मुख्य अतिथि यमुनोत्री विधायक केदार सिह रावत ने षिरकत कर कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। प्रतिभागियों ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि बर्ड वाचिंग कार्यक्रम अद्भूत है, कि पहले हम चिडियां के स्थानीय नाम ही जानते थे। बर्ड वाचिंग प्रषिक्षण से इनकी नाम ही नही गतिविधि एवं उनके जीवन की परिदृष्य के बारे में जानकारियों से साक्षात हुआ। उन्होने कहा कि इनकी जीवन हमे प्रकृति की ओर खींच रहा है। मुख्य अतिथि एवं गणमान्य द्वारा प्रषिक्षण प्रतिभागी एवं प्रषिक्षण विषेशज्ञों को प्रषस्ति पत्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
तीन दिवसीय बर्ड वाचिंग कार्यक्रम में कुटेटी, निम, पाटा, मानपुर, साडा, चौरंगीखाल, नचिकेता ताल में भ्रमण के दौराने चिडियां की 73 प्रजाति पाये गये। प्रषिक्षण में 20 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग लिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक केदार सिह रावत ने जिलाधिकारी द्वारा जनपद में रोजगार को बढावा देने हेतु की जा रही विभिन्न प्रोग्रामों की प्रषंसा करते हुए कहा कि आने वाले समय में अपने ही क्षेत्रों में रोजगार के लिए जलक्रीडा, जलाषय का सौन्दर्यकरण, वीच की स्थापना, पैराग्लाइडिंग, बर्ड वाचिंग आदि सभी मील का पत्थर साबित होगें। जिससे स्थानीय लोगों को अपने ही क्षेत्रों में रोजगार मिलने से लोगों की आजीविका में आर्थिकीय संबर्द्धन होगा। उन्होने सभी प्रतिभागियों को दृढ़ संकल्प से इस कार्य को आगे बढाने एवं अपने रोजगार का जरिया बनाने को कहा। कहा कि आगे के प्रषिक्षण में आने वाले व्यय का इंतजाम किया जायेगा आप सभी मन लगाकर इस हुनर को सीखे दक्ष होकर एक मिषाल के रूप में कार्य करें एवं जनपद का नाम रोषन करें। कहा कि यहां हमारे पूर्वजों के प्रयास से तीर्थ यात्रियों की तादात बढ़ रही है। उन्होने भी यहा के विद्यमान धार्मिक स्थल को दुनिया के सामने रखा जिससे यहां प्रतिवर्श आने वाली यात्रियों की संख्या में बढोतरी हो रही है। इसी प्रकार जिलाधिकारी ने यहां विद्यमान संसाधन को रोजगार का जरिया बनाने हेतु आपके सम्मुख प्रस्तुत किया है। इस नवीन पहल ‘विंग्स आफ द ड्रीम’ उत्तरकाषी बर्ड वाचिंग के क्षेत्र में पर्यटकों को आकर्शित कर जनपद को रोजगार के क्षेत्र में समृद्ध बनाये।
जिलाधिकारी डा0 चौहान ने कहा कि यहां प्रकृति में मौजूद संसाधन को रोजगार का जरिया बनाना उनकी प्राथमिकता है। जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा होगें इससे पलायन पर रोक लगेगी। कहा कि यहा विद्यमान दुर्लभ चिडियों की प्रजाति को ढुढकर विष्व के सामने लाये जिससे जनपद का नाम बर्ड वाचिंग हेतु विष्व के मानचित्र पर लाये। तभी आप सभी का प्रषिक्षण एवं जीवन सार्थक होगा। कहा कि दृढ संकल्प से अपने आप को प्रमोट करने हेतु कार्य में जुट जाये। उन्होने सभी को षुभकामनाऐं दी।
तितली ट्रस्ट फाउडेषन के विषेशज्ञ अजय षर्मा ने कहा कि जनपद में मौजूद प्राकृतिक संसाधनों को किस प्रकार से रोजगार का जरिया बनाये जा सकते है। इसका साक्षात षुभारंभ जिलाधिकारी डा0 आषीश चौहान द्वारा किया जा रहा है। कहा कि पहाडी क्षेत्र पलायन की समस्या का सबसे बेहतरिन विकल्प है, जो कि अपने ही क्षेत्र में कम लागत से रोजगार का विस्तार करना एवं ईको फ्रेण्डली टूरिज्म को बढावा देना। उन्होने उत्तरकाषी को बर्ड वाचिंग के क्षेत्र में पहला जनपद बनाने का दावा किया। सभी प्रषिक्षणार्थियों को अपने लक्ष्य के प्रति पूर्ण तन्मयता से जुट जाने को कहा।
इस अवसर पर आर.आर. भण्डारी, नत्थी सिह भण्डारी, जिला पर्यटन विकास अधिकारी प्रकाष खत्री, संजय सौदी, राजेष भट्ट, तौहिर आलम, प्रषिक्षु देवेन्द्र बिजल्वाण, प्रियांषी डबराल, रोहित निर्मल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं प्रषिक्षु उपस्थित थे।