उत्तराखंड : यूट्यूब पर धूम मचा रही अमित की ‘चैत्वाली’
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यूट्यूब पर चार लाख से ज्यादा लोग देख चुके अमितसागर का चैत्वालि आंछरी जागर।
पुराने गानों को फ्यूज़न कर धूम मचाने वाले श्रीनगर गढ़वाल के अमित सागर एक बार फिर यूटयूब पर छाए हैं।
इस बार उन्होने 1960-70 के दौरान आकाशवाणी पर प्रसारित होने वाले ‘चैत्वालि आछरी जागर’ को नया रंग दिया है।
यूटयूब पर उनके इस अंदाज को लोग खूब पसंद भी कर रहे है शादियों, गडियों ,मोबाइल अदि हर जगह चैतवाली की धूम है।
आपको बता दें की अमित ने चैतवाली 9 मार्च को यूट्यूब पर रिलीज़ किया था ।
वीडियो अपलोड करने के बाद चार लाख से ज्यादा लोग इसे देख चुके हैं।
स्व.चंद्र सिंह राही के सुप्रसिद्ध चैत्वालि आछरी जागर को उन्होने ढोल-दमौ मोछंग जैसे परंपरागत वाद्य यंत्रों और आधुनिक तकनीक के साथ नया रूप दिया हैं।
शास्त्रीय संगीत का विधिवत प्रशिक्षण लेने वाले अमित कई सालों से संगीत सेवा कर रहे हैं।
अमित ने कई गढवाली एलबमों को अपने सुरों से सजाने के अलावा उन्होने सुप्रसिद्व गायिका अनुराधा पौड़वाल और राजा हसन के साथ भी काम किया है।
टीनू आनंद के टीवी शो मे अपने पराये का संगीत भी उन्होने दिया।
कुछ साल पहले उन्होने साउथ के सुपरस्टार धनुष के कोलावरी-डी को गढवाली अंदाज में बनाकर धूम मचाई थी।
उस गीत को यूटयूब पर 10 दिनों में पांच लाख से भी ज्यादा हिट्स मिले। उसके अलावा उनके ता छुमा छुम को दो लाख 19 हजार, नाच मेरी बीरा को एक लाख 57 हजार, बांद नी दिखे को एक लाख 43 हजार, मुला मुल हैंसदी को 89 हजार मेरु बाजू रंगा को 61 हजार हिट्स मिले हैं।
अमित ने बताया कि चैत्वालि चैत के महीनों में खिले फूलोें को देखकर आछरी र्नत्य करने लगती है। इसलियए इसे आछरी जागर भी कहा जाता है।
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