उत्तरकाशी : मुश्किल है गोमुख से तपोवन की राह , ट्रैकर्स को करना पड़ रहा मुश्किलों का सामना
- उत्तरकाशी
गंगोत्री नेशनल पार्क के गोमुख और तपोवन इन दिनों ट्रेकर्स से गुलजार नजर आ रहा है शासन और प्रशासन के लाख दावों के बाद भी अभी इस 25 किमी के ट्रैक पर कई खामियां दिख रही है। जहाँ एक तरफ विदेशी पर्यटकों यहां आना सुरू हो गये है तो वही अभी तपोवन ट्रैक की राह आसान नहीं लग रही। तपोवन की दूरी गोमुख से 5 किमी की दुरी पर है। लेकिन यहाँ पहुचने के लिए ट्रेकर्स को काफी दिकतो का सामना करना पड़ रहा है। मौटेनिरिंग और ट्रैकिंग व्यवसाय से जुड़े लोग गोमुख में भागीरथी नदी पर ट्राली की मांग कर रहे है।
व्यवसाय से जुड़े लोगों की माने तो अभी ट्रेकर्स तपोवन के लिए जान जोखिम में डालकर गंगा को पार कर रहे हैं। ट्रैकिंग व्यवसाय से जुड़े लोगों ने जिला प्रशासन और वन विभाग से गोमुख में जल्द ही ट्राली का निर्माण की मांग की है क्योकि अभी ट्रेकर्स मात्र तपोवन तक ही जा रहे है। लेकिन मई माह के बाद मॉन्टेनेर्स भागीरथी, शिवलिंग पीक पर आरोहण के लिए पहुँचते है। वही अब गर्मियां आने के बाद अब भागीरथी का जल स्तर बढ़ता है। इसलीए ट्रेकर्स और पर्वतारोहियों की सुविधा के लिए यह ट्रैकिन ट्राली बनना बहुत जरुरी है।
गंगोत्री नेशनल पार्क के खुलते ही जो ट्रेकर्स तपोवन और गोमुख गए थे। उन्हें वहाँ पर बर्फ न मिलने के कारण निराश होने पड़ा। लेकिन जो ट्रेकर्स इस सप्ताह गए। उन्हें वहाँ पर अच्छि बर्फ मिली है । जो की करीब आधा फ़ीट है। जहाँ से भागीरथी निकलती है उसका आकार गोमुखी ही है। वह स्वीकार करते है कि हालांकि कुछ वर्षों में ग्लोबल वार्मिंग के कारण ग्लेशियर पीछे हुए है। लेकिन अभी बहुत बड़ा असर देखने को नहीं मिला है।
वहीं व्यवसाय के लोगों और अन्य सहलानी जो गोमुख ओर तपोवन जाते है उनको मुश्किलों का सामना न करना पड़े उसके लिए भोजबासा के आस पास ट्राली की मांग की थी जिसकी मंजूरी मिल गई है गंगोत्री नेशनल पार्क के वन क्षेत्र अधिकारी प्रताप पंवार का कहना है कि ऊनको सासन द्वारा ट्राली निर्माण की मंजूरी मिल गई है विभाग से बजट आते ही ट्राली का कार्य सुरु किया जायेगा–