कला ही जीवन: आलोक नेगी
टीम india121.in/रुद्रप्रयाग
आज हम बात कर् रहे है गढ़वाल के उभरते हुए चित्रकार आलोक नेगी उर्फ़ पहाड़ी भुल्ला । इनके अंदर कला के लिए प्रेम तो बचपन से था पर इन्होंने अपने इन्ही सपनो को पूरा करने के लिए देहरादून के एक प्रतिष्ठित कॉलेज सेे बी.एससी इन एनीमेशन किया । इसके बाद इन्होंने हेमवती नंदन बहुगुणा वि.वि श्रीनगर से एम.ऐ. इन ड्राइंग एंड पेंटिंग कोर्स पूर्ण करके इन्होंने खुद को कला को समर्पित करने की सोची।
आलोक नेगी जी का कहना है कि कला आदमी को स्वालंबी बनाती है औऱ व्यक्ति के अन्दर हमेशा एक नव जीवन को जागृत रखती है। आज के भोतिकीकरण के दौर मे हमे ऐसे ही युवाओं की आवश्यकता है जो तकनीकी और प्रबंधन जैसे विभगो को छोड़कर चित्रकला या किसी भी कला को चुनें। और आज की भागदौड़ भरी जिंदगी से लोगो के अंदर के कलाकार को बाहर आने को उतेजित करे ।
आज ये युवा छात्रों के अंदर की कला को जीवंत कर रहे है। अभी ये जवाहर नवोदय विद्यालय रुद्रप्रयाग में टी.जी.टी. आर्ट्स के पद पर कार्यरत है। आप इनकी चित्रों को विभिन्न आर्ट प्रतियोगिताओ मैं देख सकते है। आप इनके चित्रो को देखने ऒर खरीदने के लिए आप इनकी फेसबुक आई डी पर सम्पर्क कर सकते है। जो इस इस प्रकार है Alaknegi@facebook.com l कला के लिए समर्पित एक युवा।