उत्त्तरकाशी का कूड़ा – आफत की पुड़िया, आम सभा में मांगे सुझाव
- उत्त्तरकाशी
जिले में कूड़ा आफत की पुड़िया बनती जा रही है। पिछले एक साल से नगर पालिका और जिला प्रसाशन इसके समाधन के लिए दिन रात लगा तो है लेकिन समस्या जस की तस है आज भी कूड़ा डम्प और उसके निस्तारण के लिए कोई ठोस योजना नहीं बन पाई है।
आपको बता दें कि तेखला में डंपिंग पर हाइकोर्ट के स्टे के बाद पालिका ने कनसैण के डंपिंग का जुगाड़ किया लेकिन ग्रामीणों के विरोध कर हाइकोर्ट से वहां स्टे करवा दिया जिसके बाद पालिका ने मांडो में जगह तलाशी जहाँ भी कोर्ट ने स्टे कर दिया।
नियमों के मुताबिक कूड़ा शहर के आस पास और नदी से 100 मीटर की दुरी पर डम्प होना चाहिए लेकिन दो पहाड़ियों के बीच और गंगा के किनारे बसे उत्त्तरकाशी में ऐसी जगह तलाशना मुश्किल है, जिसके चलते पालिका अध्यक्ष रमेश सेमवल ने आम सभा का आयोजन किया जिसमें अगल अलग क्षेत्रों से जुड़े बुद्धिजीवी लोगों को बुला कर इस कूड़े पर सुझाव मांगे गए।
अध्यक्ष रमेश सेमवल ने बताया कि उन्होंने जमीन न मिलने पर हाईकोर्ट में कोर्ट ऑफ़ कंडक्ट लगाया है, साथ ही कहा कि सरकार की तरफ से कोई सहयोग नहीं मिल पा रहा है। प्रसाशन ने नाल्ड के चिवां में जगह तालाशी है जिसपर फारेस्ट अनुमति का काम चल रहा है, जैसे ही हमको जमीन मिलती है हम निस्तारण प्लांट पर काम शुरू कर देंगे।
बैठक में नगर पालिका बोर्ड के सभसद के साथ संदीप कुमार DFO उत्त्तरकाशी,देवेंद्र नेगी SDM भटवाड़ी,हरीश डंगवाल भाजपा जिला महामंत्री,दिनेश गॉड,अंकित उप्पल,शान्ति ठाकुर आदि लोग मौजूद थे