उत्तरकाशी : फिर बरसा तांबाखाणी, इन्दिरा कालोनी के घरों में गिरे बोल्डर,घायल
- उत्तरकाशी
तांबाखाणी सुरंग के साथ लगे इन्दिरा कालोनी में बरसात से ढीले पत्थर गिरने की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी डा. आषीश चौहान एवं क्षेत्रीय विधायक गोपाल सिंह रावत मौके पर पंहुचे। उन्होंने मौके पर तैनात उप जिलाधिकारी एवं पुलिस को दुकानों एवं वहां रह रहे परिवार के घरो को खाली कराने के निर्देष दिए।
तथा इन्दिरा कालोनी तथा पत्थर गिरने वाली जगह पर आस्का लाईट के साथ ही कृत्रिम प्रकाष के बढ़ाने के निर्देष मौके पर दिए। दुकान के उपर पत्थर गिरने से तीन लोग सामान्य घायल हुए। जिनका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। जिलाधिकारी एवं विधायक रावत जिला अस्पताल में पंहुचकर घायलों का हालचाल जाना तथा डाक्टरों को घायलों के इलाज हेतु आवष्यक दिषा निर्देष दिए। उन्होंने डाक्टरों को निर्देष देते हुए कहा कि अस्पताल में सभी वार्ड खुले रखें जाए तथा डाक्टरों की ड्यूटी की तैनाती करते हुए एंबुलेंस आदि की पर्याप्त व्यवस्था रखें।
गंगोत्री विधायक गोपाल सिंह रावत ने मौके पर पंहुचकर स्थिति का जायजा लिया। वहां व्यवसाय एवं निवास कर रहें लोगों को सुरक्षित स्थान पर ठहराने के निर्देष प्रषासन को दिए। विधायक रावत जिला अस्पताल में पंहुचकर घायलों का हालचाल जानते हुए उन्हें तत्काल आवष्यक उपचार करने के निर्देष दिए। विधायक रावत ने कहा कि तीनों घायल खतरे से बाहर है। उन्होंने इन्दिरा कालोनी में बिजली को चालू रखते हुए वैकल्पिक कृत्रिम प्रकाष की समुचित व्यवस्था करने के निर्देष दिए।
उसके उपरान्त जिलाधिकारी डा. आषीश चौहान एवं गंगोत्री विधायक ने संबंधित अधिकारियों की आपात बैठक लेते हुए इन्दिरा कालोनी में अपने घरों में रह रहे परिवार के लोगों को काली कमली एवं बिरला धर्मषाला में ठहराने हेतु उचित व्यवस्था करने के निर्देष दिए। जिलाधिकारी ने धर्मषाला में रहने वाले लोगों की खाने पीने की समुचित व्यवस्था करने के निर्देष जिला पूर्ति अधिकारी को दिए। पत्थर गिरने वाली जगह की निगरानी रखने के लिए वार्चर की टीम तैनात करने के निर्देष दिए। एसडीआएफ टीम के साथ पीआरडी जवान एवं पुलिस के हैडकांस्टेबल की तैनात करने के निर्देष दिए। एसडीआरएफ सुरक्षित तरीके से सक्रिय रूप से निगरानी करेगी। उन्होंने कहा कि वार्चर को सुरक्षित स्थान पर ठहरने के साथ ही वायरलेस आदि से लेस करें। इसमें वन विभाग के रेंजर की भी तैनात करने के निर्देष दिए। वार्चर पूरी गतिविधियों पर नजर बनाएं रखेंगे। वार्चर पुलिस एवं आपदा कंट्रोल रूम को गतिविधियों की जानकारी देते रहेंगे। उन्होंने पत्थर गिरने वाले स्थान के निरीक्षण के लिए जांच कमेटी गठित की है। जिसमें अधीक्षण अभियंता लोनिवि अधिषासी अभियंता और अधिषासी अभियंता सिंचाई को रखा गया है।
इस मौके पर जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल, अधिषासी अभियंता विभु विष्वमित्र रावत, लोकेन्द्र चौहान, जिला पूर्ति अधिकारी गोपाल सिंह मटूड़ा, एसडीआरएफ आदि उपस्थित थे।