उत्त्तरकाशी : कंपकपाती ठंड में खुले आसमान में नीचे रातें गुजारने को मजबूर हैं गरीब बेसहारा
- उत्त्तरकाशी / आशीष मिश्रा
उत्त्तरकाशी की उच्च हिमालय क्षेत्रों में हो रही बर्फबार ने निचले इलाकों में भी ठंड बडा दी है।
ठंड के बीच जहां लोग अपने घरों में रजाई-कंबलों में दुबकने को मजबूर हैं, वहीं कई गरीब बेसहारा खुले आसमान के नीचे सर्द हवाओं के थपेड़े झेल रहे हैं।
इन बेसहारा लोगों के लिए न तो अलाव की व्यवस्था है और न ही सर छिपाने के लिए रैन बसेरों की।
“स्थानीय निवासी किशोर भट्ट का कहना है कि उत्त्तरकाशी सीमांत जिला है और जिले की सबसे बड़ी और पहली नगर पालिका यहाँ है लेकिन इतने सालों से एक भी रैन बसेरा यहाँ नहीं बन पाया है । भट्ट ने बहता की दिसम्बर जनवरी का होता है जब जिले में सबसे जादा ठंड होती है ऐसे में पालिका और प्रसाशन को इन बेसहारा लोगों की सुध जरूर लेनी चाहिए।”
ऐसे में बीते सालों के मुकाबले इस बार पड़ रही ज्यादा ठंड इन लोगों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है।