
सतीश सेठी ब्यूरो प्रमुख सहारनपुर सनसनी सुराग सहारनपुर के .पंत विहार स्थित दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान आश्रम में आयोजित साप्ताहिक सत्संग प्रवचनों के दौरान, पूज्य श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी अम्बालिका भारती जी ने यह विचार प्रकट किए कि जब सभी साधक सामूहिक रूप से एक साथ बैठकर ध्यान साधना करते हैं, तो वह केवल व्यक्तिगत साधना नहीं रहती, बल्कि ब्रह्मांड में फैली हुई तरंगों से मिलकर एक शक्तिशाली ऊर्जा का पुंज (घना केंद्र) बनता है। यह ऊर्जा नकारात्मकता को हटाकर सकारात्मक ऊर्जा में परिवर्तित हो जाती है, जो केवल साधकों को ही नहीं बल्कि पूरे वातावरण को लाभ देती है।
वर्तमान समय में भारत के चारों ओर जिस प्रकार का तनाव और पड़ोसी देशों की ओर से आक्रामकता देखी जा रही है, उसमें हमारे वीर सैनिक भाई-बहन अत्यंत साहस और पराक्रम के साथ सीमाओं पर डटे हुए हैं। वे अपने प्राणों की बाजी लगाकर देश की रक्षा कर रहे हैं।
ऐसे समय में, साध्वी जी ने बताया कि सभी साधकों ने यह संकल्प लिया है कि वे निरंतर ध्यान और साधना करेंगे, ताकि उनके द्वारा उत्पन्न की गई सकारात्मक ऊर्जा हमारे सैनिकों की सुरक्षा कवच बन सके। साथ ही, वे ईश्वर के चरणों में यह प्रार्थना भी करते हैं कि साधना का फल ऐसा हो जिससे हमारे सैनिक सुरक्षित रहें और संपूर्ण विश्व में शांति की स्थापना हो।