मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज 9वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर पतंजलि योगपीठ फेज-2, हरिद्वार में आयोजित कार्यक्रम में योगाभ्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने योग गुरू स्वामी रामदेव तथा आचार्य बालकृष्ण के साथ कुमाऊँनी रामायण का विमोचन भी किया।
योगाभ्यास के बाद मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में सभी को योग दिवस की हार्दिक बधाई व शुभकामना देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक दृढ़ संकल्प से प्रारंभ हुई ये यात्रा आज आप सभी के समर्पण और दृढ़ता के कारण इस गंतव्य तक पहुंच सकी है। उन्होंने कहा कि हमारी गौरवशाली सनातन संस्कृति का मूल आधार ’’वसुधैव कुटुम्बकम’’ है और यही हमारे देश की 140 करोड़ जनता का मूल संस्कार भी है। इसी सिद्धांत को केंद्र में रखते हुए इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम ’’वसुधैव कुटुम्बकम के लिए योग’’ तय की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज योग दुनिया के करोड़ों लोगों की दिनचर्या का अहम हिस्सा बन गया है जो विश्व को भारतीय संस्कृति के साथ और अधिक प्रगाढ़ता से जोड़ने का काम कर रहा है। भारत की संत परंपरा हमेशा से ही ’’देश प्रथम’ की परिकल्पना को साकार करने का माध्यम रही है। उन्होंने कहा कि हमारी देवभूमि की पहचान एक विश्वस्तरीय योग केंद्र के रूप में है और हमारा प्रयास है कि इस पहचान को और भी सशक्त किया जाए। हम निरंतर उत्तराखण्ड को उत्कृष्ट व नम्बर वन राज्य बनने के साथ ही सनातन संस्कृति की वैश्विक राजधानी बनााने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।
कार्यक्रम में योग गुरू स्वामी रामदेव ने विभिन्न योग और आसनों का अभ्यास कराते हुए योग के महत्व के साथ-साथ पतंजलि की विकास यात्रा पर विस्तृत प्रकाश डाला। इस अवसर पर जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन, संयुक्त मजिस्ट्रेट रूड़की अभिनव शाह समेत बड़ी संख्या साधु-सन्त, छात्र-छात्रायें आदि उपस्थित थे।